दूर जाने पर, आँखें फूट-फूट कर, रोती थीं। दूर जाने पर, आँखें फूट-फूट कर, रोती थीं।
आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास है जब तू मे आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास ह...
उससे जब रुपए खींचें तो जन्नत जैसे नजर आई। उससे जब रुपए खींचें तो जन्नत जैसे नजर आई।
तूने बसाया था जो सपनों का घर यूं तिनके सा क्यों उजड़ गया.....?? तूने बसाया था जो सपनों का घर यूं तिनके सा क्यों उजड़ गया.....??
सोचता हूं कि कौन मेरे ऊटपटांग कपड़ों को अच्छा कहेगा? कौन अब बालों में हाथ फेर मुझे मे सोचता हूं कि कौन मेरे ऊटपटांग कपड़ों को अच्छा कहेगा? कौन अब बालों में हाथ फेर...
लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है। लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है।